देवी के नौ रूप,
आस्था की है धूप,
फ़ूल है और है ये अगन,
नारी शक्ति को नमन ।
पहला रूप शैलपुत्री,
संभाले पर्यावरण और प्रकृति,
ऑर्गानिक उत्पाद की वृद्धि,
वैज्ञानिक महिला निधि ।
दूजा रूप ब्रह्मचारिणी,
शिक्षा व अंतरिक्ष की यामिनी,
चुनौतियों से जूझती दामिनी,
हम सब इसके ऋणी ।
तीसरा रूप चंद्रघंटा,
अंतरिक्ष व खगोलशास्त्र भी इनमें बंटा,
इनसे बजा चंद्रयान-२ व मंगल मिशन का डंका,
इनकी काबिलियत पे अब नहीं कोई शंका ।
चौथा रूप कूष्माण्डा,
स्वास्थ्य की ये परिकाष्ठा,
इनकी घनिष्ठ है निष्ठा,
प्राथमिक इनकी शिष्टता ।
पंचम रूप स्कंदमाता,
विमानों से इनका नाता,
इनकी महिमा हर कोई गाता,
अपार है इनकी गाथा ।
छठा रूप कात्यायनी,
बेटियां हैं वंश की गजगमिनी,
बेटों से ये होशियार बनीं,
लिंगानुपात भी सुधार पे ठनी ।
सातवां रूप कालरात्रि,
रक्षा की ये गायत्री,
दमखम की हैं पात्री,
चौकस दिन और रात्रि ।
आठवां रूप महागौरी,
शक्ति समृद्धि की जोहरी,
प्रथम हैं ना हैं ये दोहरी,
बंधन की ये डोरी ।
नौंवा रूप सिद्धिदात्री,
प्रेम की है बस प्रार्थी,
सुंदरता की अद्भुत सारथी,
करें इन सब की आरती ।
उभरता कवि आपका “अभी” (अभिनव) ✍🏻
नवरात्रि
देवी के नौ रूप,
आस्था की है धूप,
फ़ूल है और है ये अगन,
नारी शक्ति को नमन ।
पहला रूप शैलपुत्री,
संभाले पर्यावरण और प्रकृति,
ऑर्गानिक उत्पाद की वृद्धि,
वैज्ञानिक महिला निधि ।
दूजा रूप ब्रह्मचारिणी,
शिक्षा व अंतरिक्ष की यामिनी,
चुनौतियों से जूझती दामिनी,
हम सब इसके ऋणी ।
तीसरा रूप चंद्रघंटा,
अंतरिक्ष व खगोलशास्त्र भी इनमें बंटा,
इनसे बजा चंद्रयान-२ व मंगल मिशन का डंका,
इनकी काबिलियत पे अब नहीं कोई शंका ।
चौथा रूप कूष्माण्डा,
स्वास्थ्य की ये परिकाष्ठा,
इनकी घनिष्ठ है निष्ठा,
प्राथमिक इनकी शिष्टता ।
पंचम रूप स्कंदमाता,
विमानों से इनका नाता,
इनकी महिमा हर कोई गाता,
अपार है इनकी गाथा ।
छठा रूप कात्यायनी,
बेटियां हैं वंश की गजगमिनी,
बेटों से ये होशियार बनीं,
लिंगानुपात भी सुधार पे ठनी ।
सातवां रूप कालरात्रि,
रक्षा की ये गायत्री,
दमखम की हैं पात्री,
चौकस दिन और रात्रि ।
आठवां रूप महागौरी,
शक्ति समृद्धि की जोहरी,
प्रथम हैं ना हैं ये दोहरी,
बंधन की ये डोरी ।
नौंवा रूप सिद्धिदात्री,
प्रेम की है बस प्रार्थी,
सुंदरता की अद्भुत सारथी,
करें इन सब की आरती ।
उभरता कवि आपका “अभी” (अभिनव) ✍🏻