संजीव कुमार, हरियाणा के एक छोटे से जिले कैथल का रहने वाला और डिग्री से एक सिविल इंजिनियर. हिंदी से जुड़ाव दसवीं तक ही रहा लेकिन कॉलेज के बाद इसे मैंने अपनी जेब-खर्ची का साधन बना लिया. हिंदी से शायद कभी जुड़ाव खत्म ही नहीं हुआ इसीलिए मुझे ये पसंद है और इसे मैं.