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मानुसी छिल्लर का मिस इंडिया 2017 बनने का सफर

मानुसी छिल्लर का मिस इंडिया 2017 बनने का सफर

इस बार फेमिना मिस इंडिया 2017 का खिताब मानुषी छिल्लर ने जीता, मानुषी हरियाणा के एक छोटे शहर सोनीपत की रहने वाली हैंं इस बार फेमिना मिस इंडिया का कार्यक्रम मुंबई के यशराज स्टूडियो में आयोजित किया गया था, मानुषी छिल्लर के साथ ही सना दुआ (जम्मू कश्मीर) को फर्स्ट रनरअप चुना गया वहीं प्रियंका कुमारी (बिहार) थर्ड रनरअप चुनी गईं।

मानुषी छिल्लर का बचपन

मानुषी छिल्लर का परिवार मूल रूप से बहादुरगढ़ के बामडो़ली गांव का रहने वाला है, मानुषी के पिता मित्र बसु एक डॉक्टर है जो कि दिल्ली के इनमास इंस्टिट्यूट में असिस्टेंट प्रोफेसर है और माता नीलम इब्मास कॉलेज में बायो केमिस्ट्री की प्रोफ़ेसर हैं, बच्चों के भविष्य और नौकरी पेसे के लिए मानुषी का परिवार गांव छोड़कर शहर आ गया था। मानुषी का जन्म 1997 में रोहतक में हुआ था बचपन से ही मिस इंडिया बनने का सपना लिए मानुषी ने पढ़ाई के साथ-साथ पर्सनालिटी डेवलपमेंट, बॉडी लैंग्वेज, खान पान तथा जीवन शैली पर ध्यान दिया।

मानुषी की शिक्षा

मानुषी ने दिल्ली के सेंट थॉमस स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की 12वीं के बाद मानुषी सोनीपत के भगत फूल सिंह मेडिकल कॉलेज ऑफ वूमेन से MBBS की पढ़ाई कर रही हैंं, मानुषी खाली समय में कविताएं लिखकर तथा पेंटिंग बनाकर अपने शौक पूरे करती हैंं इसके साथ ही मानुषी को नृत्य व मॉडलिंग में काफी दिलचस्पी रही है, मानुषी ने लेजेंडरी कुचिपुड़ी डांसर्स राजा, राधा और कौशल्या से कुचिपुड़ी डांस की ट्रेनिंग ली है। मानुषी मिस हरियाणा भी रह चुकी हैंं।

मिस इंडिया बनने का 30 दिन का सफर

मानुषी छिल्लर का मिस इंडिया बनने का 30 दिनों का सफर बहुत ही संघर्षपूर्ण था 4 बजे उठकर वर्कआउट करना फिर कॉलेज जाकर क्लासेज अटेंड करना साथ ही मिस इंडिया प्रतियोगिता जीतने के लिए की गई मेहनत के साथ तालमेल बिठाना आसान नहीं था, मानुषी कहती हैं कि 30 दिनों तक मैं दुनिया को बदलने के एक नजरिया के साथ आगे बढ़ी हूं मिस इंडिया के अलावा मानुषी को मिस फोटोजेनिक का अवार्ड भी मिला है।

चीन में होने वाली मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का प्रतिनिधित्व करेंगी मानुषी

दिसंबर में होने वाली मिस वर्ल्ड 2017 प्रतियोगिता में मानुषी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी मानुषी का कहना है कि चीन में होने वाली मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता पर मेरा पूरा फोकस है, 17 साल से भारत जिस खिताब की प्रतीक्षा कर रहा है उसे जीतने में मैं अपनी जी जान लगा दूंगी। इस बार की मिस इंडिया प्रतियोगिता में पहली बार फाइनल में सभी प्रतियोगियों ने भारतीय परिधान पहने थे जो मनीष मल्होत्रा के द्वारा डिजाइन किए गए थे, इस बार की मिस इंडिया प्रतियोगिता में एक नया फॉर्मेट भी तैयार किया था जिसके तहत सभी प्रतिभागियों को त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड सहित देश के 30 राज्यों का भ्रमण कराया गया था।

मानुषी ने एक प्रतियोगिता के दौरान दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि मेरा मानना है कि जीवन में केवल एक चीज निश्चित है और वह है- अनिश्चितता और यही इस प्रतियोगिता की खासियत है।

हरियाणा में हीन भावना की शिकार हैं लडकियाँ

हरियाणा से मिस इंडिया बनने वाली मानुषी छिल्लर ने सभी लड़कियों के लिए एक नजीर पेश की है। हरियाणा एक ऐसा राज्य है जहां का लिंगानुपात 774 है जो अन्य राज्यों में सबसे कम है, इस राज्य में लड़कियों के जन्म पर शोक और लड़कों के जन्म पर खुशी मनाई जाती है ऐसे राज्य से निकल कर मानुषी ने उन सभी लोगों को सबक दिया है जो अपनी बेटियों को आगे बढ़ने से रोकते हैं या बेटियों के जन्म पर शोक व्यक्त करते हैं, मानुषी से पहले 2011 में हरियाणा की कनिष्ठा धनकर भी मिस इंडिया प्रतियोगिता जीत चुकी है। मानुषी अपने राज्य के साथ पूरे देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की मुहिम पर कार्य करेंगी।

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