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कभी आना .. शशिधर तिवारी ‘राजकुमार’

कभी आना ….

कभी आना तो मेरे लिए वो शाम लाना,
कभी आना तो दो वक्त की बातें तमाम लाना!
कभी आना तो वो चाँद जरूर लाना,
जो देखें थे साथ तुम्हारे देर तक..!!
कभी आना ….

कभी आना तो वो भीगे होंठो के जाम लाना,
कभी आना तो वो साँसों का गुलफाम लाना!
कभी आना तो वो झिलमिलाती मुस्कान लाना,
जो देखें थे छुप- छुपकर कुछ देर तक…!!
कभी आना ….

कभी आना तो वो आँचल के घेरे लाना,
कभी आना तो वो रातों की नींद लाना!
कभी आना तो वो चैन और सुकून लाना,
जो खोए दोनों साथ में देर तक…!!
कभी आना ….
कभी आना तो मुंबई जरूर आना…

कैसी तेरी मर्जी है, कैसा तेरा अफसाना,
मैं हूँ तुझसे दूर बहुत, क्या है वक्त का अनजाना…!!!

शशिधर तिवारी ‘राजकुमार’
‘मुंबई’

शशिधर तिवारी "राजकुमार" एक सिविल इंजीनियर विद्यार्थी हैं जो मुंबई से पढ़ रहे हैं .वे इस नए दौर के कवि हैं जो समाज चल रहे अभी के माहौल और कॉलेज की गतविधियों पर कविता लिखना पसंद करते हैं. प्यार, मोहब्बत, दोस्ती ऐसे सभी मुद्दे पर अक्शर कविता लिखना…

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