डॉक्टर – कविता

डॉक्टर मंदिर, मस्जिद, बोले गिरजाघर,ना आओ जब हों लक्षण । अस्पताल, क्लीनिक, बोले डॉक्टर,आओ जल्दी जब हों लक्षण । जब होता दुरुस्त, चंगा भला,इंसां करे ईश्वर शुक्रिया । मगर करे जब वैद्य से बात,बिल पर होता वाद विवाद । आश्चर्यजनक हैं यहां के जन,डॉक्टर खुदा, पर ये अंजान । दिल से इसका धन्यवाद,चिकित्सक है जड़, […]

मन की बात

मन की बात माना मज़दूर,बेबस मजबूर । क्या करे ?क्या ना करे ? हुआ लॉकडाउन,ये साथ में डाउन । हुआ बेरोजगार,जैसे लाचार । सब कुछ गया रुक,थमे ना पर भूख । आए मंत्री प्रधान,करी मन की बात । देश का सेवक,विनती हाथ जोड़कर । मांगे श्रमिक से माफ़ी,कठिनाई काफ़ी । था ख़ुद को कोसा,पर विकल्प […]

बुद्धिजीवी …. तकनीकी खराबी …

बुद्धिजीवी …. तकनीकी खराबी … कुछ बुद्धिजीवी,देश के करीबी । आज मुझसे उलझ गए,दिए जलने से पहले ही बुझ गए । बेवजह की हो गई बहस,जैसे कुछ कर दिया हो तहस नहस । मुझसे रहा ना गया,मैंने बस उन्हें यही कहा । तैयार हैं ना भाई साहब ?नौ बजे नौ मिनट दीप जलाने बेहिसाब । […]

“कर्तव्य परायणता” – आदित्य शर्मा

“कर्तव्य परायणता” आज सुनाता हूं मैं राजधर्म का आंखों देखा किस्सा,जिसमें कृष्ण, राम नहीं बल्कि मनुष्य का था अहम हिस्सा।वह कोई अष्टभुजा धारी नहीं ,ना ही कोई महान उद्योगी है,वह तो गेरुआ रंग धारी, कहलाता योगी है।। मुझे कल्पना कर ही आश्चर्य होता है………. सोचो, कितना भाव पूर्ण दृश्य होगा ,पिता अंतिम सांसे गिन रहा […]

हमारा सहयोग – अभिनव कुमार

हमारा सहयोग सरकार को दें हम सब शाबाशी,मेहनत मशक्कत अच्छी खासी,पूरा भारत, ना सिर्फ़ हांसी,ना बीमारी, ना हो खांसी । सरकार कर रही दिल से प्रयत्न,कोशिश ना फैले, विषाणु हो ख़त्म,ना हों सामाजिक, ना अभी जश्न,अपने में हो अभी हर कोई मग्न । सफलता तभी तीर संग जब कमान,यानी हमारा भी हो योगदान,बनें सजग, ना […]

आपसा देश भक्त ना उत्पन्न अब तक

आपसा देश भक्त ना उत्पन्न अब तक …. माननीय प्रधान मंत्री,जन सेवक, भले मानस, संतरी । आपको कुछ बताना है,मैंने भी अब ठाना है । आप उन्हें भाते नहीं,कभी रास उनको आते नहीं,आप मगर अडिग है,कभी भी घबराते नहीं । उन्होंने आपको कभी नहीं चाहा,अच्छा काम भी नहीं सराहा । इस विपदा की घड़ी,आपको हमारी […]

भगवान ही मालिक…इंदौर

भगवान ही मालिक… इंदौर,था यह शहर पुरजोर,पड़ा मगर कमज़ोर । दौर हुआ शर्मनाक,कट गई जैसे नाक,लगे देश पर दाग़ । डॉक्टरों पर हमला,सेवा का सिला !किस बात का गिला ? ईश्वर पर प्रहार,कैसा अत्याचार ?कलयुग का संसार । स्वास्थ्य कर्मचारी,हैं सब पर भारी,हम सब आभारी । इन पर भी वार,हुआ बारम्बार,लज्जा धिक्कार । पुलिस पर […]

बन जाऊं मैं काश …. जैसे योगी कुमार विश्वास

बन जाऊं मैं काश …. जैसे योगी कुमार विश्वास … बन जाऊं मैं काश,जैसे योगी कुमार विश्वास,हरदम यही आस…हरदम यही आस । 4 आ जाए मुझमें प्रकाश,उन जैसा कि काश,भरसक प्रयास …भरसक प्रयास । 8 ना किंचित अंध विश्वास,है लबालब आत्म विश्वास,इसलिए वे हैं ख़ास…इसलिए वे हैं ख़ास । 12 करता हूँ मैं अभ्यास,होता भी […]

डॉक्टर, यानी ईश्वर

डॉक्टर,यानी ईश्वर । एक देव,साथ सदैव । या कहूं ख़ुदा,जो कभी ना जुदा । मेरा शुभचिंतक,सेवा करे अनथक । भगवान परमात्मा,हर दम मुझे थामता । स्वयंभू परमेश्वर,मौला का स्वर । अल्लाह नानक,मेरे जीवन का चालक । रखे हथेली पे जान,ये मेरा दीन ईमान । मुझे बीमारी से बचाता,मेरा ईसा, मेरा विधाता । खून का ना […]

पृथ्वी दिवस – अनीश कुमार

आज 22 अप्रैल पृथ्वी🌏 दिवस के उपलक्ष्य में मैं अपने विचार आप लोगों के साथ साझा करने जा रहा हूं| “पृथ्वी” इस शब्द का उच्चारण हम मानव जाति जितनी सरलता और सुगमता से करने में सक्षम हैं उतने ही अबोध, असमर्थ और अपरिपक्व इसके महत्व को समझने में हैं । जैसा की आप सबको विदित […]

इंसान नहीं, आप ईश्वर – वैद्य, चिकित्सक, डॉक्टर

इंसान नहीं, आप ईश्वर… स्वीकार कीजिए कृतज्ञता,देशभक्ति की आप पटकथा । दिल से आभार,आप ना मानें हार । हर समय कार्यशील,जैसे पत्थर मील । करें देश की सेवा,ना रात, ना दिन देखा । आप हैं जैसे सैनिक,तत्पर और निर्भीक । छोड़ परिवार व सुख,करें देखभाल, भूल ख़ुद । आपके अनथक प्रयास,डालते हममें आस । हम […]

ख़तरे में है वसुंधरा!

बचपन से आज तक दादी-नानी की कहानियो में सुनते आए है कि यह धरती हमारी माँ स्वरूपा है। हमें ये संस्कार मिले है कि सुबह उठते ही सबसे पहले इस धरती को वंदन करो। यही हमारे भारतीय संस्कार रहे है। किंतु अफ़सोस है कि हमने आज तक इन बातों पर अमल नहीं किया है। आज […]

दौर कुछ यूँ आया

दौर कुछ यूँ आया पशुओ को कैद  कर जो मनुष्यों  ने था कब्जा जमाया , अब उसी मनुष्य जाति को नियति ने घर पर बिठाया | – दौर कुछ यूँ आया   जिन अख़बारों की बस्ती मे जुर्म   के चेहरे थे बहुत , उस बस्ती मे सिर्फ एक चेहरा नजर आया | – दौर कुछ यूँ  […]

प्रार्थना – आए सद्बुद्धि

प्रार्थना – आए सद्बुद्धि… सन्यासी “साधु”,है देश का जादू । संस्कृत का शब्द,तन में जैसे रक्त । तप की मिसाल,संस्कृति की ढाल । त्याग का जीवन,सम हरदम है मन । सामान्य अर्थ ‘सज्जन व्यक्ति’,ईश्वर की अनथक भक्ति । मूल उद्देश्य मार्गदर्शन,समाज का पथप्रदर्शन । धर्म का चले मार्ग,बिल्कुल बेदाग । मोक्ष करता है प्राप्त,आनंद आध्यात्म । […]

पांच का जादू

पांच का जादू वो २२ मार्च,वो बजे थे पांच । शाम का आगाज़,कुछ अलग और ख़ास । वो पांच मिनट,गए शिकवे सिमट । लाखों के पल,जैसे मिल गया हल । एक अलग ही जोश,हर तरफ संतोष । थी कृतज्ञता,कुछ भी ना खता । आभार किया व्यक्त,जो हैं कार्यरत । फ़र्ज़ से हैं जुट,नर्स, डॉक्टर ख़ुद […]

लॉक डाउन २.०

लॉक डाउन २.० चौदह अप्रैल दो हज़ार बीस,माननीय प्रधान मंत्री जी की स्पीच । देश के नाम संबोधन,पहुंचा हर जन तक । कई बड़ी और अहम बातें,क्या क्या कहा, हम हैं बताते ! उनकी बातों को संजोया,माला में है पिरोया । ज़रा कीजिए ध्यान,रचना व्याख्यान । कविता रही आपको ललकार,आपके धैर्य का इम्तिहान । लंबी […]

इसके पहले की हो जाएँ -बैक टू लाइफ़ !

इसके पहले की हो जाएँ -बैक टू लाइफ़ ! साइकल ,जब एक अनजाने घाट पर बिन पैडल मारे सरकने लगती है, तो मेहनत ज़रूर कम हो जाती है , लेकिन एक वैकल्पिक ख़तरे का एहसास , उस आरामदेही सफ़र का मज़ा नहीं लेने देता ।ठीक उसी तरह जब जीवन के सफ़र में कोरोना जैसी महामारी […]

जिद है अगर तो जीतोगे

जिद है अगर तो जीतोगे उठ तैयार हो फिर हर बार,  जितनी बार भी तुम गिरोगे, जिद है अगर तो जीतोगे, चाहे वक़्त ना हो साथ, भले छुटे अपनों का हाथ, हर अंधियारा दूर कर देगा नाथ, सूखे में भी आंसुओं से जब, अपने सपनों को तुम सींचोगे, जिद है अगर तो जीतोगे | माना […]

युवा का अब आगाज हो

युवा का अब आगाज हो युवा का अब आगाज हो,एक नया अन्दाज़ हो,सिंह की आवाज हो,हर युवा जांबाज़ हो। हृदय विशाल जहाज़ हो,निर्भीक समक्ष यमराज हो,उज्ज्वल आभामय पुखराज़ हो,योग्य योद्धा योगीराज हो। जहाँ उम्र की दराज हो,वहाँ बड़ों का लिहाज़ हो,हर ताज में सरताज हो,सर्वत्र यही रिवाज़ हो। बुराई पर ऐतराज हो,नाकामी पर नाराज़ हो,सुशिक्षित […]

है ये बड़ी संयम की घड़ी

है ये बड़ी संयम की घड़ी है ये बड़ी संयम की घड़ी,, आओ तोड़ें संक्रमण की कड़ी, रहें कुछ दिन घर में ही सभीं, तभी जितेंगे जिंदगी की लड़ीहै ये बड़ी विकट घड़ी, जहां जिंदगी बेबस है पड़ी है ये बड़ी संयम की घड़ी है सिखा हमने परवतन से लॉकडाउन ही बचाएगा संक्रमण से भरेगा पेट […]