इश्क की गली

इश्क की गली हमको, रास ना आएजो रास आए ,उसको हम खो ना पाएंएक नाव पर सवार होकर,चलना चाहता हू़ंतु ही नाविक है ए-खुदा,जिन्दड़ी पार लगाई

“नाज़” – कविता

हुजूर ज़रा बचना ये इश्क़ बीमारी लाइलाज़ है टूटा हुआ शख़्स लिखता है ये उसका अंदाज़ है !! लब़ों पर रहती होगी मुस्कान हमेशा दिखावे की कभी गौर से सुनना उनकी दर्द भरी आवाज़ है !! टल जाती है दुआ और दवा बेअसर इस मर्ज़ की इश्क़ में मिले दर्द का दर्द ही एकलौता इलाज़ […]

मैं पथ हूँ

मैं पथ हूँ, मेरा ह्रदय छलनी मत करो
मैं रोता हूँ, तुम देखने की कोशिश करो
क्या गुनाह किया मैंने जो दर्द

“एक पहाड़न”

पहाड़ों का भ्रमण
चाय के लिए
ढ़ाबे पर रूकना
एक पहाड़न
पहाड़ी टॉपी पहने
हाथ में चाय का कप
आहिस्ता छूना
कप को होठों से

संगीत‌ मे ईश्वर

वो जो खुमार है,वो बेसुमार है‌‌‌‌‌‌‌‌ वो दिल की दिवारों पर सवार है, वो जो सवार है,वो घुड़सवार हैसूनो ,इसे तो घोड़े से ही प्यार है, वो जो प्यार है,वो ही एतबार हैसुनो ,वही तो प्रमुख गीतकार है, वो जो गीत है,वो ही स़गीत‌ हैदेखो,वही तो असल संगीतकार है, वो जो संगीत‌ है,वो ही मीत […]

सत्य जीवन का

मै जीवन की आशाओं में खोया थामै ज़ीवन की निराशाओं मे रोया थाउस मौत-ए-महबूबा को भूलकरमै कल उठने के लिए सोया था रात के घनघोर अंधेरे मे किसी ने मेरे,दिल-ए द्वार पर यकायक दस्तक दीमै एकाएक चौंका और इज़्तिराब सेआंखें खोलकर उठ खड़ा हुआ मैने पूछा-कौन है वहां,मैने पूछा-कौन है वहांकिसने मुझे आवाज दीपर वो […]

बड़े – कविता

बड़े बरगद के जैसे ये पेड़,रक्षक हैं जैसे कि शेर,तम को करें बिल्कुल ही ढेर,ये जल्दी, मैं हूँ बस देर । ईश के ये अवतार,इनसे ही है हर बहार,तेज़ इनकी हर धार,मेरे जीवन का ये सार । इनके अहसान अनगिनत,मैं ज़मीं, ये मेरी छत,मेरी हर ये सरहद,मैं स्याही, ये मेरे खत । मेरी हैं ये […]

वास्तव में बड़े बनें – कविता

वास्तव में बड़े बनें… घर के जो हों बड़े,आपस में गर ये लड़ें,ज़िद पे ओर जाएं अड़े,फ़िर क्या बड़े, फ़िर क्या बड़े … ? मिट्टी के हैं ये भी घड़े,मद में जो होयें खड़े,बिखरे इसलिए हैं ये पड़े,फ़िर क्या बड़े, फ़िर क्या बड़े … ? देख दूजा गर जो डरे,सहमे धमके और बिफरे,इज़्ज़त फ़िर कोई […]

कोरोनावायरस के लिए होम्योपैथिक उपचार प्रोटोकॉल

हम जिस रोगज़नक़ की चर्चा कर रहे हैं, उसे SARS-Cov-2 के नाम से जाना जाता है। इस संक्रमण को कोविद-19 (COVID-19) के नाम से जाना जाता है। वायरस जो इसका कारण बनता है उसे कोरोनावायरस के रूप में जाना जाता है। कोरोनावीरस पॉजिटिव स्ट्रन्डेड् एन्वेलोपेड् आरएनए (positive stranded RNA) वायरस होते हैं जिनमें सभी वायरस […]

मेरी गुड़िया की एक कहानी

मेरी गुड़िया की एक कहानी मेरी गुड़िया की एक कहानीसुन दोस्त मेरी तुमको बतलानीस्कूल को जब मैं जाती थीघर छोड़ उसे मैं आती थीलौटती वापस शाम को जब मैंअकेली दुखी पाती उसे तब मैंमेरी गुड़िया की थी एक परेशानीसंग स्कूल उसे मुझे ले जानी मेरी गुड़िया को थी समझानीये मजबूरी मेरी उसे बतलानीसाथ तुम्हें अगर […]

खेती से जुड़ी 10 सरकारी योजनाएं, जिन्हें हर किसान को होना चाहिए मालूम

खेती से जुड़ी 5 सरकारी योजनाएं, जिन्हें हर किसान को होना चाहिए मालूम प्रधानमंत्री किसान ट्रेक्टर योजना 2020जी हां दोस्तों प्रधानमंत्री किसान ट्रेक्टर योजना 2020 आप सभी के लिए एक बहुत ही अच्छा मौका लाया है जिससे आप आधे दामो पर ट्रेक्टर या फिर कृषि से सम्बंधित यंत्र खरीद सकते है . आप अगर ट्रेक्टर […]

भारतीय उच्च शिक्षा व्यवस्था को आइना दिखा, चुनौतियों से पार पाने का जरिया बनता कोविड़-19

भारतीय उच्च शिक्षा व्यवस्था को आइना दिखा, चुनौतियों से पार पाने का जरिया बनता कोविड़-19 (डॉक्टर मनमोहन सिंह शिशोदिया, भौतिकी विज्ञान विभाग, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएड) विपत्तियां अपने साथ उससे भी बड़े अवसर साथ में लाती हैं। किसी व्यक्ति, संस्था, अथवा राष्ट्र की सफलता का स्तर उनके द्वारा विपत्तियों में निहित अवसरों को पहचानने […]

मन का शोर – शशिकांत सिंह

बिन पूछे सदा जो उड़ता ही चलेएक पल को भी कभी जो ना ढलेहै अटल ये टाले से भी ना टलेना जाने थामे कोई कैसे इसकी डोरकरे बेबस बड़ा ये मन का शोर राजा रंक हो चाहे साधु संत ही भलेमूर्ख चतुर सबको छलिया ये छलेयुगों से रंजिश में इसकी हर इंसान जलेहै ढूंढ पाना […]

मज़दूर नहीं, वो है मजबूर

मज़दूर नहीं, वो है मजबूर मज़दूर यानि श्रमिक,परिश्रम का प्रतीक,मेहनत का वैज्ञानिक,अनथक दौड़ता जीव । चौबीसों घंटे मुशक्कत,करता कर्म निष्कपट,चले जाता धर्मपथ,अद्भुत कला महारत । विकास इसीके कारण,हर समस्या का निवारण,तन मन करे है अर्पण,अर्थव्यवस्था का ये दर्पण । भरी दोपहरी तपती धूप,चाहे हो फिर वर्षा खूब,ये काम में ही मशरूफ़,है अतुलनीय ये अनूप । पसीना […]

कोरोना

कोरोना किसका रोना ?काहे का रोना ?आजकल सोते-जागते बस,कोरोना ही कोरोना। कोरोना वायरस डिजिज सेदिसम्बर 2019 को अस्तित्व में आया,नाम कोविड 19 पायातब से लगातार मचा रहा कोहरामइंसानी जिंदगी को कर दिया हराम सबसे कहता कोरोनाकोईरोड़ परना होनावरना पड़ेगा अपनों के लिए रोना। चीन के वुहान का जन्मा जायामहामारी बन आगे कदम बढ़ायाअब फैल गई […]

ज़िंदगी – कविता अभिनव कुमार

ज़िंदगी ज़िंदगी एक बोझ है,आज के इंसान की यही खोज है । अरे ज़िंदगी तो एक बहार है,जीना आए तो प्यार, नहीं तो पहाड़ है । ज़िंदगी तो एक गीत है,उसे जीना ही एक जीत है । जो इसे ना जी सके, उसपर धिक्कार है,डर – डरकर जो जीता है, उसकी ज़िंदगी का क्या आधार […]

हम दिहाड़ी मजदूर कहाते

कर श्रम घर का बोझ उठाते हैं जब रोज कमाते तब खाते बेबस लाचारी में ही जीवन गवांते ना खुद पढ़े खूब ना बच्चे पढ़ा पाते हम दिहाड़ी मजदूर कहाते ना सपने आंखों पर अपने सज पाते बन आंसू पलकों से वो गिर जाते लक्ष्मी सरस्वती भी हमसे नजर चुराते मना मंदिरों से उन्हें ना […]

कर्मवीर – कविता अभिनव कुमार

कर्मवीर कर्मवीर,यानि कर्मशील,कर्मठता पुरुषार्थ सहित,हिन्द हुआ इनपर गर्वित ।   (४) ये जैसे कि साहसी योद्धा,जीवनदायी निर्मल पौधा,ये खिलाड़ी, हम सब श्रोता,उत्तरदायित्व से ना समझोता ।   (८) फ़ौजी रहता सरहद पर,ये रक्षक मेरे अंदर,अपनी जान हथेली पर,मेरा ये परमेश्वर ।            (१२) इसकी महिमा अपरमपार,तप का इसमें है अंबार,बड़ा अहम इसका किरदार,ये जैसे मेरी तलवार ।         (१६) सेना […]

ऋषि जी की फिल्में…बसती हर दिल में…

ऋषि जी की फिल्में…बसती हर दिल में… जितनी करी उन्होंने फिल्में,सारी उड़ेली इस रचना में । फिल्मों के सिवा कुछ ना इसमें,पाँच दशक की सारी फिल्में । किरदार बख़ूबी साँचे में ढाला,अर्पित श्रद्धांजलि इस माध्यम द्वारा । फिल्मों का इतना सैलाब,सोच नहीं सकता कोई ख़्वाब । इतनी फिल्में जैसे समंदर,लाजवाब, वे बहुत धुरंधर । ये […]

ये ५६ इंच का सीना है

ये ५६ इंच का सीना है ये ५६ इंच का सीना है, कोई ऐसी वैसी ढाल नहीं…ये मोदी जी का पसीना है, मेहनत की उनकी मिसाल नहीं… दुखियों से दुख को छीना है, दिल साफ है बिल्कुल चाल नहीं…ये हिन्द देश का नगीना हैं, इनके बिन गलती दाल नहीं । जो कहते हैं वो करते […]