|| कृष्ण चरित्र माला ||
कुशल राजनीतिज्ञ,
सब ही कृतज्ञ ।
कूटनीति में दक्ष,
सदैव निष्पक्ष ।
तपस्वी, बलवान,
दानी, दयावान ।
कर्तव्यशील, कुशल,
धैर्यवान हरपल ।
प्रजापालक, पराक्रमी,
राजधर्म सर्वोपरि ।
संयमी, शीलवान,
सदाचारी, सर्वविद्यामान ।
योगविद्या में महारत,
महानायक महाभारत ।
नम्र, चतुर,
कर्मठ, हर गुण ।
तेजस्वी, कुंजबिहारी,
सुदर्शन चक्रधारी ।
आर्यश्रेष्ठ योगिराज,
श्री कृष्ण महाराज ।
उनका मार्ग अनुसरण,
करें सब ही जन ।
पुनः बनें विश्वगुरु,
करें प्रयास शुरू ।
स्वरचित – अभिनव ✍🏻