गुरु वंदन …
गुरु शिष्य …
मनोरम दृश्य …
मुबारक हो आपको गुरु दिवस …
शिष्यों में गए आप हो बस …
आपके तप का मोल नहीं है …
गुरु बिन शिष्य का रोल नहीं है …
नमन है ऐसे रिश्ते को …
गुरु नामक फरिश्ते को …
गुरु ही देवे अच्छी सीख …
संस्कार बेहद बारीक़ …
नींव गुरु करे मज़बूत …
ईश का ज़रिया जैसे दूत …
जिसे मिले आपका आशीष …
नभ झुकाए उसको शीश …
गुरु ही देवे दूजा जन्म …
होते शुभ व अच्छे कर्म …
जीने की कला सिखाते आप …
दिल में छोड़ते अमिट हो छाप …
किस्मत वालों को मिलें गुरु …
तबसे नया जीवन शुरू …
उतर सके ना कभी भी ऋण …
आप समेटे लोक हो तीन …
गुरु को मेरा शत-शत वन्दन …
आठों पहर है अभिनंदन …
चुनोतियों से आपकी आता निखार …
हर दिन तेज़ होती धार …
गुरु होवे एक अद्भुत माध्यम …
जितनी तारीफ़ उतनी कम …
गुरु की महिमा अपरंपार …
शब्द कम जो व्यक्त विचार …
गुरु ब्रह्मा, विष्णु व शिव …
मार्गदर्शक, ज्ञानी, संजीव ।