रात भर जागकर तेरे एक कॉल का इंतज़ार करते हैं |
अजय महिया
सारा दिन बैठ कर तुझे देखने को भी बेकरार रहते हैं ||
कहीं हो ना जाए दुनिया को मेरी मोहब्बत की खबर |
इसीलिए तेरे नाम को हम फोन के पासवर्ड पर रखते है ||
वो याद में जगती रही ,हम जगते रहे रात में |
अजय महिया
वो ख्वाबों आती रही,हम बैठे रह गए इंतज़ार में ||
तुझे खुश करने में कई साल बीत गए |
अजय महिया
ए-ज़िन्दगी,अब बता,तेरा क्या इरादा है ||
ज़िन्दगी के विद्यालय मे कभी सीखते हैं ,कभी सिखाते हैं ।
अजय महिया
कभी गुरु,कभी शिष्य बन जिन्दगी का पाठ पढते-पढाते हैं ।।
राहगीरों पर यूं ना जुल्म ढाया करो,कोई जोगी रोगी बन जाएगा |
अजय महिया
सर्दी में यूं ना नजरों से पिलाया करो, कोई बेमौत मारा जाएगा ||
वो जो कहीं आँखमिचोली खेलता है मेरे साथ |
अजय महिया
या तो वो मुझसे कहे या मुझसे दूर चला जाए ||
जब तेरी गलियों से गुज़रता हूँ तो लोग इल्ज़ाम देते हैं मुझे|
अजय महिया
उन्हें क्या खबर है कि हम उसे भूलाने के लिए पीते हैं तुझे ||