ज़रूरी है अपने ज़हन में राम को जिंदा रखना, पुतले जलाने से कभी रावण नहीं मरा करते अभिनव कुमार – Oct 2020 तुमने कहा हमें भला बुरा, क्या क्या तुमने कहा नहीं,, तुम्हें गुमां – ‘मैं हूँ अधूरा”,,, मुझे यकीं – “हूँ डूबने वाला नहीं अभिनव कुमार – Oct 2020 तेरे रहम-ओ-करम पर पल रहें … अभिनव कुमार – छद्म रचनाएँ – 2 को पढ़ना जारी रखें
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