लंबा सफ़र तय किया है जो,
अक्षी त्रिवेदी
आज उसे अंजाम देना है,
कई आशाएँ जुड़ी है हमसे,
बस अब विराम देना है।
अक्षी त्रिवेदी – छद्म रचनाएँ
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